जिस मोड़ भी मुड़ना, जिस तरफ़ भी बढ़ना
मेरी बच्ची, तुम मुझसे बेहतर बनना
जो भी मन करे वैसी तुम बनना
जो भी सोचो वैसा ही करना,
मेरी परी, तुम मुझसे बेहतर बनना
मेरी एक बात हमेशा याद रखना
दिमाग़ से कभी कभी, ज़्यादा दिल से सोचना
और इसमें भी मेरी गुड़िया, मुझसे बेहतर बनना
आख़िर में,
हर कोई अपने लिए कुछ कर जाएगा,
तुम अच्छी इन्सान बनना,
माँग कोई कुछ ले,
हो सके तो मना मत करना,
और जितना हो सके,
उससे थोड़ा ज़्यादा ही देना,
मेरी समाया, तुम ज़रूर मुझसे बेहतर बनना
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