खुशियाँ उसकी मेरी चाहत बनी ,
नजदीकियां उसकी मेरी ताकत बनी ,
पल दो पल ही तो है जीना ,
आरजू है मेरी बस इतनी ,
इन्ही पल दो पल में दू उसे ढेरो खुशियाँ ,
दूरियां तो कुछ वक़्त साथ है,
ज़िन्दगी भर फिर हाथो में हाथ है ,
ज़िन्दगी गुजारनी है संग उसके ,
चाहत है की ज़िन्दगी उसकी मेरी दी खुशियों से मह्के ,
जाने कितनी खुशियाँ बाटी ,
जाने कितने आसू उसके संग बहाए ,
दूर रहकर उससे अब मुझसे जिया न जाये ,
उसकी खिलखिलाहट के लिए हर पल तरसु ,
कैसे वो मुस्कुरा दे ,
हर पल बस येही मैं सोचु ,
अब मुश्किल है ये रातें ,
लम्बे है ये दिन ,
पल नहीं ये कटते ,
नहीं जीना उसके बिन ,
दिन में है चैन नहीं ,
देखते है ये सूने नैन वही ,
खुशियों के पल जो गुज़रे संग ,
रंग भरे उसमे थी जिंदगी जो बे रंग ,
कलम चले तो नाम लिखू उसका ,
उसकी यादों से धडके ये दिल मेरा ,
आँख खुली हो या बंद ,
दिखे चेहरा उसका ,
खुशिया उसकी देख के जीवन सफल हुआ मेरा .
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