मैं आया था बहुत अरमान ले कर
लखनऊ से दिल्ली बहुत सारा सामान ले कर
FIIB के द्वार खडा था
जाने क्यों एक दुविधा में पड़ा था
क्या होगा अब
छोड़ आया था सब
अन्दर रखा कदम
FIIB बना मेरे दो साल का हम दम
दिन था पहला
दिल था सहमा
सीनीयर्स सारे घूर रहे थे
हमें क्या पता था
हम तो पढाई के नशे में चूर हो रहे थे
क्लास्सेस हुई ख़त्म जैसे - तैसे
सीनीयर्स आ धमके पता नहीं कहा से
बोले सब खड़े हो के विश करेंगे सेनिओर्स को
रिसपेक्ट में उनकी 90 डिग्री झुकेंगे
ये क्या हो रहा था
न मुझे समझ थी न मेरे पड़ोसी को पता था
चलो करा हमने जो कहा उन्होंने
टाइम हुआ ख़त्म
लगे हम हॉस्टल के लिए निकलने
एक सीनीयर बोले
चल बेटा अभी खुश हो ले
रात को हॉस्टल में मिलते हैं
रात भर जागना है ,चलो अभी निकलते हैं
रात हुई सीनीयर हॉस्टल में आये
क्या क्या हुआ , अब क्या बताये
Personally आ के पूछना
बस हमारी दुखती रग पर हाथ मत रखना
(अब कुछ Faculty के बारे में हो जाए )
बरनाली मैडम के बारे में क्या कहने
Face पर 21 इंच की smile पहने
Always हैं खुश
काश इसी तरह नंबर दे दे ,
कर दे अगली क्लास में पुश
डोगरा सर तो मेनेजर बना के छोड़ेंगे
अब लग रहा है मुझे statement से उनके
डाटा collect करने के लिए
सारा दिन बस स्टैंड पे खड़े होंगे
KM Kumar सर के बारे में क्या बोले
ओके ओके ओके
एक बात बोलू अगर
Auluck सर नाराज़ न हो मगर
At least एक period रेस्ट करने दीजिये
सर please हम पर दया कीजिये
एक सुन्दर सी टीचर हमारी
लूबना मैडम सबको लगती हैं प्यारी
पर जब आई उनके गुस्से की बारी
Presentation फॉर नेक्स्ट डे बोल के
जान ले ली हमारी
पारुल मैडम करती रहती हैं सबको Hi
Managerial Effectiveness के टेस्ट नहीं होते
Grades नहीं मिलते tell me why
पूर्णिमा मैडम कभी तो एन्जॉय करिए
हम नादाँ बच्चो का भी दिल रखिये
स्वाति मैडम से serious टीचर आज तक देखी नहीं
मैडम नाराज़ मत हुआ करिए
Ist सेमेस्टर का रिजल्ट आने दीजिये
सब हो जायेंगे सही
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